ताजा खबर
पाकिस्तान में रेड अलर्ट, जल-थल से हवा तक मुनीर की सेना एक्टिव; क्या भारत से है कनेक्शन?   ||    'तुम लोग सिख नहीं हो...', गुरु नानक जयंती पर पाकिस्तान ने 14 हिंदुओं को वापस भेजा   ||    संपत्ति हड़पने वाले माफिया का UP में होगा बुरा हश्र, यूपी असीमित संभावनाओं वाला राज्य : योगी आदित्यन...   ||    Bihar Election 2025 : हर बूथ पर सशस्त्र बल, सभी सीमाएं सील, साढ़े चार लाख सुरक्षाकर्मी तैनात   ||    कौन हैं वर्जीनिया की नई उपराज्यपाल गजाला हाशमी, पढ़ें हैदराबाद से क्या है कनेक्शन   ||    बांग्लादेश में चुनावी शंखनाद, पूर्व पीएम खालिदा जिया की BNP ने 237 सीटों पर उतारे उम्मीदवार   ||    'मैं सदमे में था... पूरा राज्य हमसे छीन लिया गया', राहुल गांधी ने फिर लगाए वोट चोरी के आरोप   ||    'हरियाणा की वोटर लिस्ट में ब्राजील की मॉडल का नाम कैसे', राहुल गांधी के 'H बम' पर क्या बोला चुनाव आय...   ||    फैक्ट चेक: बीजेपी उम्मीदवार को जूतों की माला पहनाए जाने का ये वीडियो बिहार का नहीं है   ||    4 लाख रुपये किलो केसर, ₹5 वाली सुपारी की पुड़िया में कैसे? एड पर सलमान को नोटिस, विज्ञापन से कितना क...   ||   

ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में अंबेडकर प्रतिमा स्थापना को लेकर बढ़ा विवाद, भीम सेना को शहर में प्रवेश से रोका, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Monday, May 26, 2025

मुंबई, 26 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने के प्रस्ताव से उपजे तनाव ने अब व्यापक रूप ले लिया है। प्रशासन ने इस विषय पर कोई अनुमति नहीं दी, इसके बावजूद भीम आर्मी के संगठन भीम सेना ने सोमवार को फूलबाग स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण और सभा का ऐलान किया। प्रशासनिक सख्ती के चलते ग्वालियर-मुरैना सीमा को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया और दोपहर तीन बजे जब भीम सेना के कार्यकर्ता रैली की शक्ल में आगे बढ़े तो उन्हें निरावली पॉइंट पर ही रोक लिया गया। जब भीम सेना के नेताओं ने अंदर प्रवेश का प्रयास किया तो पुलिस ने अनुमति दिखाने को कहा, जिस पर दोनों पक्षों के बीच बहस हो गई। इस दौरान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब सतपाल सिंह तंवर ने इसे दलितों पर अन्याय बताया और कहा कि अगर शांति से नहीं तो क्रांति से अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। उन्होंने 29 जून को फूलबाग मैदान में “भीमराव अग्निपथ महासभा” के आयोजन की घोषणा करते हुए कहा कि यह आंदोलन अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है।

प्रशासन द्वारा अनुमति निरस्त किए जाने के बावजूद भीम सेना अपने फैसले पर अडिग रही और दिल्ली समेत देशभर से उनके प्रतिनिधि ग्वालियर पहुंचने लगे। हालात को देखते हुए ग्वालियर को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया और करीब 800 पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया। दिल्ली से सड़क मार्ग से आए भीम सेना के लगभग 50 वाहनों को ग्वालियर-मुरैना बॉर्डर पर रोक दिया गया, जिसके बाद वहां पुलिस और नेताओं के बीच लंबी बहस हुई। भीम सेना के नेताओं ने यह दावा किया कि उन्हें अपने अधिकारों से वंचित किया जा रहा है और भाजपा शासन में दलितों के साथ अन्याय हो रहा है। नवाब सतपाल सिंह तंवर ने जोर देकर कहा कि अंबेडकर की प्रतिमा हाईकोर्ट परिसर में ही स्थापित की जाएगी, चाहे इसके लिए उन्हें शांति का मार्ग अपनाना पड़े या क्रांति का। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया कि प्रदर्शन की कोई अनुमति नहीं दी गई थी, इसलिए ही संगठन को जिले की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया गया। एएसपी कृष्ण लालचंदानी के अनुसार भीम सेना से शांति पूर्वक ज्ञापन लेकर उसे न्यायालय को भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ज्ञापन में प्रतिमा स्थापना की मांग प्रमुखता से उठाई गई है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.