मुंबई, 14 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। प्रयागराज में बीते दिनों एक 35 साल के युवक की हत्या कर दी गई। आरोपियों ने उसे जिंदा जला दिया। बताया जा रहा है कि युवक का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने गेहूं काटने से मना किया था। जिसके बाद उसकी अधजली लाश मिलने पर घर वाले आक्रोशित हो गए थे। उन्होंने न सिर्फ हत्यारोपियों के घर पर तोड़-फोड़ की थी, बल्कि पोस्टमॉर्टम के लिए पुलिस को लाश भी नहीं उठाने दी थी। पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने दलित युवक का जबरन अंतिम संस्कार करवा दिया। इसके बाद लोगों का गुस्सा बढ़ गया। लोग रोड पर इकट्ठा हो गए और हंगामा करने लगे। उनकी मांग है कि आरोपियों के घर पर बुलडोजर चले। वहीं, सोमवार को पीड़ित परिवार से मिलने कांग्रेस सांसद उज्ज्वल रमण सिंह और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पहुंचे। गुस्साए गांव वालों ने उनकी गाड़ियों को भी रोक लिया। हनुमान पर मोरी रोड पर जाम लगा दिया। पुलिस और सांसद के समझाने पर गांव के लोगों माने और सड़क से हट गए। यह पूरा मामला यमुनापार के करछना इलाके का है।
दरअसल, इसौटा गांव में रहने वाले दलित अशोक कुमार का 35 साल का बेटा देवी शंकर मजदूरी करता था। उसके 3 बच्चे हैं। एक बेटी काजल और दो बेटे सूरज, आकाश हैं। पत्नी की मौत हो चुकी है। वह मां-बाप का अकेला बेटा था। 12 अप्रैल को देवी शंकर को कुछ लोग गेहूं काटने के लिए लेकर गए थे। जब उसने गेहूं काटने से मना किया, आरोपियों ने दलित युवक को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया गया। जिंदा ही दफनाने की तैयारी की, गड्ढा भी खोद लिया था। लेकिन, फिर हमलावरों ने प्लान बदल दिया। देवी शंकर को जलाने के लिए पुआल इकट्ठा करके आग लगा दी। यह वाकया 13 अप्रैल की सुबह 6 बजे का है। तभी खेतों की तरफ गांव के लोगों को आता हुआ देखकर आरोपी भाग निकले। दलित युवक की अधजली लाश मिलने के बाद हंगामा शुरू हो गया। पिता ने पुलिस को बयान दिए कि गांव के छुट्टन सिंह समेत 7 लोगों मिलकर मेरे बेटे को इसलिए मार डाला, क्योंकि वह गेहूं काटने नहीं जा रहा था। लोगो ने 7 करोड़ रुपए का मुआवजा, लाइसेंस की सुरक्षा और मकान आवंटित करने की मांग की। इसी बीच कुछ लोगों ने मुख्य आरोपी छुट्टन सिंह के घर पर भी धावा बोल दिया। हालांकि पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया। पुलिस 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। अब मुख्य आरोपी छुट्टन सिंह अभी पुलिस की पकड़ से दूर है।
ACP करछना वरुण कुमार ने बताया, रात में देवी शंकर को काम के बहाने गांव के 4 युवक लेकर गए थे। सुबह उसकी लाश मिली। परिजनों का कहना है कि जहां काम पर गया, उन्हीं लोगों ने हत्या कर दी। शव देखने से ऐसा लगता है कि हत्या करने के बाद जलाया गया है। जिंदा जलाने की बात साफ नहीं हो पा रही है। परिवार वालों का आरोप है कि उसे जिंदा जला दिया गया। 6 लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। उनके बयानों में विरोधाभास होने की वजह से कई एंगल पर जांच चल रही है। वहीं, यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा, आज डॉ.अंबेडकर की जयंती है। इसके एक दिन पहले प्रयागराज में एक दलित की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। अब यह साबित भी हो गया है कि यूपी में गुंडाराज कायम है। मोहन भागवत से कहूंगा कि योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा लेकर उनको मठ में भेज दें। साथ ही, कांग्रेस सांसद उज्ज्वल रमण सिंह ने कहा- दलित भाई को जलाकर मार डालने की घटना ने पूरी मानवता को झकझोर दिया है। मैं प्रदेश सरकार से मांग करता हूं कि इस अमानवीय कृत्य के लिए दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए। देवी शंकर के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए। यह सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, पूरे समाज की लड़ाई है। हम चुप नहीं बैठेंगे। न्याय दिलाकर रहेंगे।