ताजा खबर
सरदारनगर में युवक की हत्या की गुत्थी सुलझी, चार आरोपी गिरफ्तार   ||    कांग्रेस के 'न्यायपथ' अधिवेशन में सामाजिक न्याय के 3 बड़े संकल्प, राहुल गांधी का भाजपा पर तीखा वार   ||    US Helicopter Crash: अमेरिका में हडसन नदी में गिरा हेलिकॉप्टर, 6 लोगों की मौत; सामने आया VIDEO   ||    Russia Ukraine War: अब यूक्रेन की मदद के लिए आगे आया यह देश, बड़ी सैन्य सहायता का किया ऐलान   ||    ट्रंप ने लगाया टैरिफ तो एक्टिव हुआ चीन, जानें अब राष्ट्रपति शी जिनपिंग किन देशों का करने वाले हैं दौ...   ||    एक तरफ ब्रिटेन ने किया सैन्य मदद का ऐलान तो दूसरी तरफ अचानक यूक्रेन पहुंचे प्रिंस हैरी, जानें वजह   ||    ट्रम्प के टैरिफ के बाद शी जिनपिंग अपने पहले विदेश दौरे में तीन दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का दौरा करे...   ||    अमेरिका ने ईरानी पेट्रोलियम के परिवहन के लिए भारतीय नागरिक और 2 भारत-स्थित संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाय...   ||    तहव्वुर राणा ने सह-षड्यंत्रकारी डेविड हेडली को भारतीय वीजा दिलाने में की थी मदद'   ||    Tahawwur Rana Live Updates: अमेरिका ने कड़ी सुरक्षा में तहव्वुर राणा को भारत को सौंपा, सामने आई पहली...   ||   

पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा की आज जयंती है, ब्रह्मसरोवर पर कीचड़ में स्नान करना पड़ा तो बदल दी थी कुरुक्षेत्र की तस्वीर

Photo Source :

Posted On:Tuesday, July 4, 2023

4 जुलाई को एक उल्लेखनीय भारतीय राजनीतिज्ञ और राजनेता गुलजारीलाल नंदा की जयंती है। 1898 में जन्मीं नंदा ने इतिहास के एक महत्वपूर्ण दौर में भारत की नियति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सार्वजनिक सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, लोकतांत्रिक सिद्धांतों के प्रति समर्पण और चतुर नेतृत्व पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।गुलज़ारीलाल नंदा का जन्म सियालकोट शहर में हुआ था, जो अब वर्तमान पाकिस्तान में है। कम उम्र से ही, उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों में गहरी रुचि प्रदर्शित की, जिसने राष्ट्र की सेवा करने के उनके आजीवन लक्ष्य की नींव रखी। नंदा ने अपनी शिक्षा लाहौर में पूरी की और फॉर्मन क्रिश्चियन कॉलेज से अर्थशास्त्र में डिग्री प्राप्त की। इस अकादमिक आधार ने उन्हें आर्थिक नीतियों और समाज पर उनके प्रभाव की गहरी समझ प्रदान की।
Gulzarilal Nanda Biography in Hindi | गुलजारीलाल नंदा की जीवनी | Gulzarilal  Nanda Biography in Hindi | गुलजारीलाल नंदा की जीवनी
नंदा का राजनीति में प्रवेश भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान हुआ, जहां उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ विभिन्न विरोध प्रदर्शनों और आंदोलनों में सक्रिय रूप से भाग लिया। महात्मा गांधी के अहिंसा के दर्शन से प्रेरित होकर, नंदा एक कट्टर अनुयायी बन गईं और उनके साथ मिलकर काम किया। भारत छोड़ो आंदोलन में उनकी भागीदारी ने स्वतंत्रता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया।स्वतंत्रता के बाद, नंदा के प्रशासनिक कौशल और समर्पण ने नवगठित सरकार का ध्यान आकर्षित किया। उन्हें योजना आयोग के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया, जहाँ उन्होंने प्रमुख आर्थिक नीतियों के निर्माण और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
गुलजारी लाल नंदा का जीवन परिचय | Gulzarilal Nanda biography and history in  hindi
अर्थशास्त्र और राजकोषीय योजना में उनकी विशेषज्ञता भारत की उभरती अर्थव्यवस्था को विकास और स्थिरता की ओर ले जाने में अमूल्य साबित हुई।गुलज़ारीलाल नंदा का निर्णायक क्षण 1964 में आया जब वह राष्ट्रीय सुर्खियों में आये। प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के असामयिक निधन के बाद, नंदा को एक बार नहीं, बल्कि दो बार अंतरिम प्रधान मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। इस अशांत समय के दौरान उनके नेतृत्व ने जटिल राजनीतिक परिस्थितियों को शालीनता और चातुर्य से सुलझाने की उनकी क्षमता का प्रदर्शन किया।
gulzarilal nanda history, किराया बाकी रह गया तो मकान मालिक ने निकाल दिया,  दो बार पीएम रहे गुलजारी लाल नंदा की कहानी पर नहीं होगा यकीन - gulzarilal  nanda know all about
प्रधान मंत्री के रूप में, नंदा को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें नेहरू के निधन के बाद के प्रबंधन और सत्तारूढ़ दल के भीतर स्थिरता बनाए रखना शामिल था। भारी दबाव के बावजूद, उन्होंने देश को इस संक्रमणकालीन दौर से बाहर निकाला और अगले निर्वाचित प्रधान मंत्री को सत्ता का सुचारु हस्तांतरण सुनिश्चित किया।प्रधान मंत्री के रूप में नंदा के कार्यकाल ने लोकतांत्रिक मूल्यों और कानून के शासन को बनाए रखने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। वह बातचीत और आम सहमति बनाने की शक्ति में दृढ़ता से विश्वास करते थे, आम जमीन खोजने और एकता को बढ़ावा देने के लिए अक्सर विभिन्न राजनीतिक गुटों के साथ जुड़ते थे। उनकी राजनेता कौशल और समावेशी दृष्टिकोण ने उन्हें पूरे राजनीतिक क्षेत्र में सम्मान दिलाया।
एक नेता ऐसा भी! गुलजारीलाल नंदा के निधन के समय उनके पास न मकान था ना आय का  जरिया - gulzarilal nanda is most honest politician against corruption he  was 13 days pm | Moneycontrol Hindi
प्रधान मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के बाद, गुलजारीलाल नंदा विभिन्न पदों पर देश की सेवा करते रहे। उनके पास गृह मंत्री और श्रम मंत्री जैसे महत्वपूर्ण विभाग थे, जहां उन्होंने श्रमिक वर्ग के कल्याण पर ध्यान केंद्रित किया और उनके अधिकारों की सुरक्षा के लिए नीतियां लागू कीं। इन भूमिकाओं में नंदा के योगदान ने एक अधिक न्यायसंगत समाज को आकार देने में मदद की, जहां श्रम अधिकारों की रक्षा की गई और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता दी गई।
पूर्व पीएम गुलजारी लाल नंदा की आज पुण्‍य तिथि कीचड़ में किया था स्‍नान फिर  बदल दी थी धर्मनगरी की तस्‍वीर - Gulzarilal Nanda Death Anniversary Gulzari  Lal Nanda changed ...
गुलज़ारीलाल नंदा की विरासत जीवित है, क्योंकि उनकी दृष्टि और मूल्य नेताओं और नागरिकों को समान रूप से प्रेरित करते हैं। सार्वजनिक सेवा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता, समावेशिता पर जोर और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को ईमानदारी के साथ पार करने की क्षमता सभी के लिए ज्वलंत उदाहरण बने हुए हैं। जैसा कि हम उनकी जयंती मनाते हैं, आइए हम इस दूरदर्शी नेता के जीवन को याद करें और जश्न मनाएं जिनके योगदान ने हमारे देश के इतिहास पर एक अमिट छाप छोड़ी है।


अहमदाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ahmedabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.